यदि रेडिएटर कैप का दबाव बहुत कम है, तो यह कई समस्याएं पैदा कर सकता है:
शीतलक का उबलना: कम दबाव के कारण शीतलक कम तापमान पर उबल सकता है, जिससे अधिक गर्म होने का खतरा बढ़ जाता है, खासकर भारी भार या उच्च तापमान के तहत।
शीतलक हानि: अपर्याप्त दबाव शीतलक को ठीक से प्रसारित होने से रोक सकता है, जिससे यह ओवरफ्लो टैंक से रिसाव या ओवरफ्लो हो सकता है।
अकुशल शीतलन प्रणाली: शीतलन प्रणाली प्रभावी ढंग से काम नहीं कर सकती है, जिसके परिणामस्वरूप इंजन का तापमान विनियमन खराब हो जाता है।
शीतलन प्रणाली में हवा: कम दबाव वाला वाल्व कैप हवा को सिस्टम में प्रवेश करने की अनुमति दे सकता है, जिससे गुहिकायन और आगे शीतलन की समस्या हो सकती है।
इंजन का ज़्यादा गर्म होना: आख़िरकार, ये सभी कारक इंजन के ज़्यादा गरम होने का कारण बन सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप गंभीर क्षति हो सकती है।
यदि आपको संदेह है कि रेडिएटर कैप द्वारा बनाए रखा गया दबाव बहुत कम है, तो इसका परीक्षण करने या इसे बदलने की सिफारिश की जाती है।

